Iskcon Temple Vrindavan
Iskcon Temple Vrindavan
Iskcon Temple vrindavan
Iskcon Temple Vrindavan को Krishna Balram Temple (कृष्ण बलराम मंदिर) के नाम से जाना जाता है | वैसे यहाँ पर मंदिर की सेवा पूजा, अर्चना सभी सेवायत विदेशी भक्त कतरे है यह मंदिर श्री बांकेबिहारी मंदिर से 1 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। इसका सुभारम्भ A. C. Bhaktivedanta Swami Prabhupada कृष्णा जी के परम् भक्त जी ने सन् 1971 में किया। Bhaktivedanta Swami Prabhupada पूरे विश्व में हरे रमा हरे कृष्णा महामंत्र का अलख जगाया और Chaitnya Mahaprabhu का इस भक्ति सागर में जन – जन को निर्देश दिए तथा भगवान ने इनको भक्ति का मार्ग दिखते हुए अंतर्राष्ट्रीय देशी – विदेशी भक्तो से श्री कृष्णा की भक्ति का आग्रह कर सभी को अपने साथ एकत्रित किया आज इन भक्तो ने हिन्दू रीती – रिवाज को संजोय रखा है इनकी भक्ति लग्न से सभी वृजवासी तथा बाहर स से आने वाले श्रद्धालु भी मंत्रमुग्ध हो जाते है।
धीरे – धीरे विदेशी भक्त ब्रज में रहकर ब्रज की हिंदी भाषा तथा ब्रज का पहनावा व भोजन व रहन – सहन बृजवासियों की तरह जीवन व्यतीत करते हैं और सभी भक्तजनो से इस भक्ति का ज्ञान बाटते हैं।
इस मंदिर में सभी धार्मिक उत्सवों का आनंद उठाते है जैसे दीपावली पर दीपकों से मंदिर की सजावट हरे कृष्णा हरे राम का संकीर्तन करके होली पर गुलाल होली से रंगारंग कार्यक्रम, फूल होली, लड्डू होली कई कार्यक्रमों को बड़े हर्षोलास से मानते हैं।
इसी प्रकार Janmashtmi पर आधी रात को Krishna Janmotsav रखकर के कृष्णा जी के बाल रूप विग्रह की पूरी विधि विधान से पंचामृत से स्नान करके जन्म महोत्सव को खुशहाल दिन में प्रकट करते है और राधाष्टमी पर बरसाने और अपने मंदिर में भी राधाष्टमी का भव्य धार्मिक कार्यक्रम रखते है | और यहाँ पर श्रद्धालु भक्त एकादशी, अमावस्या, पूर्णिमा अन्य विशेष दिनों पर वृन्दावन परिक्रमा तथा कार्तिक महीने में देश – विदेश से आकर भक्त लोग वृज चौरासी कोस की परिक्रमा का लाभ उठाते हैं।
इस मंदिर में श्रीराधाकृष्ण व् बलराम जी तथा Bhaktivedanta Swami Prabhupada ji की मूर्ति स्थापित है और सामने तुलसी जी की पूजा होती है। तुलसी जी का देवउठान के दिन श्री शालिग्राम जी से विवाह की लीला की जाती है | तुलसी विवाह को बड़े धूमधाम से मानते है, और अन्य त्योहारों पर छप्पन भोग के दर्शन भी होते है।
मंदिर में सुबह शाम खिचड़ी महाप्रसाद बांटा जाता है।
और दुपहर को राजभोग आरती होती है | इस मंदिर के बहार एक गुरुकुल भी खुला हुआ है।
गुरुकुल में दूर दूर के बच्चे वृज संस्कृत तथा भक्ति का ज्ञान भी लेते है।
इनका मुख्य उद्देश्य भगवन राधाकृष्ण की भक्ति का परमानंद लेना है।
आप सभी भी श्रीराधाकृष्ण की भक्ति का उनकी लीलाओ का परमानन्द पाना चाहते है तो एक बार वृन्दावन की पावन भूमि पर जरूर आये और स्वयं उस आनंद को प्राप्त करे जो इस कृष्णा ह्रदय रूपी वृन्दावन में निसदिन बरसता रहता है।
Iskcon Temple Opening Time:
Schedule Summer Winter
Samadhi Aarti- 04:10AM 04:10AM
Mangla Aarti- 04:30AM 04:30AM
Tulasi Aarti- 05:5AM 05:5AM
Shringar Aarti- 07:15AM 07:15AM
Guru puja- 07:25AM 08:00AM
Bhagwatam- 08:00AM 08:00AM
pushpa Aarti- 08:30AM 08:30AM
Raj bhog Aarti- 12:00PM 12:00PM
Temple closed- 12:45PM 12:45PM
Utthapan Aarti- 04:30PM 04:00PM
Sandhya Aarti- 07:00PM 06:30Pm
Shyan Aarti- 08:30PM 08:30PM
एक बार प्रेम से बोलिये
HARE KRISHNA HARE KRISHNA KRISHNA KRISHNA HARE HARE
HARE RAM HARE RAM RAM RAM HARE HARE
Brijbhakti.com और Brij Bhakti Youtube Channel आपको वृंदावन के सभी मंदिरों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहा है जो भगवान कृष्ण और उनकी लीलाओं से निकटता से जुड़े हुए हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य आपको पवित्र भूमि के हर हिस्से का आनंद लेने देना है, और ऐसा करने में, हम और हमारी टीम आपको वृंदावन के सर्वश्रेष्ठ के बारे में सूचित करने के लिए तैयार हैं!
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